महिलाओं को चक्कर आना के कारण, जाने पूरी जानकारी

महिलाओं को चक्कर आना के कारण, जाने पूरी जानकारी

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सिर में अचानक तेज दर्द होना या सिर घूमना को चक्कर आना कहते है। महिलाओं को चक्कर आना केवल प्रेग्नेंसी से जोड़ कर देखा जाता है, महिलाओं में चक्कर विटामिन की कमी, थकान, नींद पूरी न  होने या किसी गंभीर बीमारी का  संकेत भी हो सकता है। कई बार चक्कर आने पर हल्के में लेते है, लेकिन ऐसा पर गंभीर बीमारी का संकेत हो सकता है। महिलाओं को चक्कर कई कारणों से आ सकते है-

ब्लड-प्रेशर कम होना

कई बार अचानक से ब्लड प्रेशर कम होने के कारण चक्कर आ सकते है। चक्कर आने से आँखों के सामने अँधेरा होना, कुछ पल के लिए बेहोश या हाथ पैर ठंडे हो जाना आदि के लक्षण भी दिख सकते है। कई बार चक्कर अचानक खड़े होने पर भी महसूस होते है। ऐसे में अगर आपको लंबे समय से लो-ब्लड प्रेशर की समस्या है और आपको चक्कर आता है, तो तुरंत आपको नमक का पानी पीना चाहिए और डॉक्टर की सलाह लेकर दवाई शुरू करनी चाहिए।

हीमोग्लोबिन की कमी

हीमोग्लोबिन की कमी के कारण चक्कर आ सकते है। महिलाओं में यह समस्या ज्यादा देखने को मिलता है। हीमोग्लोबिन का काम रक्त को ऑक्सीजन देना है। रक्त में हीमोग्लोबिन की कमी से महिलाओं में एनिमिया का शिकार हो सकती है। महिलाओं में हीमोग्लोबिन की कमी डेली डाइट में आयरन की कमी, प्रेग्नेंसी और पीरियडस के दौरान अत्याधिक ब्लीडिंग होने की वजह से शरीर में हीमोग्लोबिन की कम मात्रा हो सकती है। हीमोग्लोबिन कम होने के कारण महिलाओं में थकान, सिरदर्द और कमजोरी जैसी समस्या हो सकती है।

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विटामिन बी12 की कमी

 प्रेगनेंट और स्तनपात कराने वाली महिलाओं में विटामिन बी12 की कमी ज्यादा पाई जाती है। शरीर में बी12 की कमी से शारीरिक कमजोरी, भूख की कमी और थकान जैसे लक्षण महसूस होते है। विटामिन बी12 की कमी से मुँह में छाले पड़ना, त्वचा में पीलापन होना और चलने में कमजोरी की समस्या हो सकती है। जिसके वजय से चक्कर आ सकते है।

माइग्रेन के कारण

माइग्रेन में तेज सिरदर्द के कारण चक्कर आ सकता है। माइग्रेन में सिरदर्द के साथ मितली और उल्टी की समस्या हो सकती है। महिलाओं में ये हार्मोन के असंतुलन के कारण होता है। माइग्रेन से बेचने के लिए महिलाओं को अपने जीवन शैली और आहार में कुछ बदलाव करने चाहिए।

कान में संक्रमण की वजह से

जब कान के भीतरी हिस्सा में चोट,  इन्फेक्शन या किसी अन्य कारण से प्रभावित होता है, तब महिलाओं को चक्कर आ सकते है। इस समस्या को वर्टिगो कहते है। यह थोड़ी देर के लिए भी रह सकता है या बहुत देर के लिए भी। इसमें चेहरे पर पसीना आना, कमजोरी का अहसास और तेज सिरदर्द जैसे  लक्षण महसूस हो सकते  हैं। वर्टिगो अटैक आने पर डॉक्टर की सलाह अवश्य लें।

पानी की कमी

पानी की कमी से भी कई बार चक्कर आना का कारण है। हल्के निर्जलीकरण के कारण आपको चक्कर या हल्का-हल्का सिर दर्द महसूस हो सकता है। डिहाइड्रेशन से ब्लड प्रेशर कम भी हो सकता है, जिससे आगे चल कर आपको और अन्य समस्याएं हो सकती हैं। इसलिए खूब पानी पिएं।

दिल की बीमारी होने के कारण

चक्कर आने का कारण दिल की बीमारी हो सकती है। यह असामान्य हृदय गतिविधि या लय, या वाल्व के संकीर्ण होने की वजह से हो सकता है। ऐसे में महिलाओं को थकान, पसीने आना, साँस फूलना, मतली, कंधे में दर्द और कमजोरी जैसी समस्या हो सकती है।

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एंग्जायटी अटैक की वजह से

एंग्जायटी अटैक होने पर कुछ लोगों की दिल की धड़कन तेज हो जाती है और ब्रेन में इतनी तेज रिएक्टिविटी होती है चक्कर आने लगते है। ऐसे में हर बार आपको चक्कर आना महसूस होता है, तो एंग्जायटी अटैक होता है। जब आपको एंग्जायटी अटैक में चक्कर आए, तो पहले आप पानी पिए और शांति से बैठ जाए, उसके बाद डॉक्टर को दिखाए।

हार्मोन में बदलाव

महिलाओं में हार्मोनल बदलाव के कारण महिलाओं को चक्कर आ सकते है। जिस वजय से महिलाओ को कमजोरी, थकान या वजन बढ़ाने से लेकर खुजली वाली त्वचा या खराब मनोदशा तक कई अवांछित लक्षणों के लिए जिम्मेदार हो सकता है।

भीड़-भाड़ वाली जगह

कई बार महिलाओं को भीड़-भाड़ वाले जगहों को देखकर चक्कर आने लगते है। वह अचानक से बेहोश हो जाती है। कई बार तो महिलाओं को यात्रा के दौरान चक्कर आने लगते है। चक्कर के कारण महिलाओं को सिरदर्द, उल्टी और कमजोरी होने लगती है।

दवाओं का साइड इफेक्ट

कुछ दवाओं के साइड इफेक्ट की वजय से भी कमजोरी या चक्कर जैसा महसूस होता है। जब शरीर में कोई दवा जाती है या ज्यादा डोज लेने से भी सिर घूमने लगता है। दौरे, डिप्रेशन, लो ब्डल प्रेशर की दवा और कुछ पेन किलर्स की साइड इफेक्ट की वजह से भी ऐसा होता है।

सोते समय चक्कर आना

कई बार महिलाओं को बिस्‍तर पर लेटते या सोते समय चक्‍कर आने लगते हैं। इस समस्या को बीपीवीपी कहा जाता है, जिसमे करवट बदलने के साथ चक्कर आने लगते है।

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बीपीपीवी की समस्‍या मुख्‍य रूप से अधिक उम्र के लोगों को होती है जो सिर पर चोट, कान में इंफेक्‍शन या अधिक आराम करने की वजह से हो सकती है।

ब्रेन ट्यूमर

कुछ गंभीर मामलों में चक्कर आना ब्रेन ट्यूमर का भी संकेत है। ट्यूमर दिमाग के संतुलन पर नियंत्रण वाले हिस्से में बढ़ने लगता है। जिसकी वजह से आपको संतुलन बनाने में दिक्कत होती है और आप बीमार महसूस करते हैं। हार्मोन में होने वाली गड़बड़ी की वजह से नजरें भी कमजोर होने लगती हैं।

महिलाओं को चक्कर आना से संबंधित प्रश्न

महिलाओं को चक्कर आना क्या कारण है?

महिलाओं को चक्कर आना हीमोग्लोबिन में कमी होना चक्कर आने के प्रमुख कारणों में से एक है। हीमोग्लोबिन का काम रक्त को ऑक्सीजन देना है। रक्त में हीमोग्लोबिन की कमी से महिला एनिमिया का शिकार हो सकती है।

महिलाओं में हार्मोन बढ़ने से क्या होता है?

महिलाओं के शरीर में एस्ट्रोजन हार्मोन का लेवल बढ़ने के कारण कैंसर की समस्या होना, एंडोमेट्रियोसिस और पीसीओएस, फाइब्रॉएड, एमेनोरिया, हाइपर्मिनॉरिया जैसी की समस्या का सामना करना पड़ता है।


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