ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, कुंडली में काल सर्प दोष का निर्माण राहु एवं केतु की स्थिति पर निर्भर करता है। व्यक्ति के जन्मांग चक्र में राहु केतु के एक तरफ हो जाएं और दूसरी ओर कोई ग्रह न रहे, तो ऐसी स्थिति में कालसर्प योग बनता है। ज्योतिष शास्त्र में काल के नाम से राहु को दर्शाया जाता है, जिसका अर्थ मृत्यु होता है और सर्प को केतु का अधिदेवता कहा जाता है सर्प का अर्थ सांप होता है। ज्योतिष शास्त्र में राहु को सांप का मुख और केतु को सांप की पूंछ माना गया है। जिन जातक की कुंडली में कालसर्प दोष होता है, उनकी कुंडली से राहु और केतु अच्छे प्रभाव को नष्ट कर देते हैं। इसे ही कालसर्प दोष कहा जाता है। हालांकि कालसर्प योग का निर्धारण करते समय अत्यंत सावधानी बरतनी चाहिए।
काल सर्प दोष के फायदे
- कुंडली कालसर्प दोष अगर शुभ स्थिति मे हो तो कालसर्प दोष के कारण व्यक्ति शीघ्र ही धनवान बन जाता है, और उसे धन से संबन्धित किसी भी परेशानी का समना नहीं करना पड़ता है।
- यदि किसी व्यक्ति की कुंडली मे कालसर्प अच्छी जगह से शुरू होता है, तो उस व्यक्ति के जीवन मे कालसर्प के अच्छे प्रभाव के कारण वह व्यक्ति धनवान भी बन सकता है।
- अगर कुंडली मे कालसर्प दोष हो और राहु शुभ स्थिति मे हो तो व्यक्ति प्रत्येक क्षेत्र जैसे व्यापार, पढ़ाई या नौकरी मे सफलता प्राप्त करता है।
- कुंडली मे कालसर्प दोष हो और राहु और चंद्रमा शुभ स्थिति मे हो तो व्यक्ति उच्च पदो पर पहुँचता है।
- कालसर्प दोष की शुभ स्थिति के कारण व्यक्ति अधिक प्रभावशाली बन जाता है।
- व्यक्ति का समाज मे मान सम्मान बढ़ता है, जिससे उसकी सामाजिक पद प्रतिष्ठा मे वृद्धि होती है।
- कालसर्प दोष ही ज़्यादातर पारिवारिक कलह का कारण होता है, लेकिन कालसर्प दोष के शुभ स्थिति मे होने पर परिवार मे लड़ाई झगड़े नहीं होते है।
- कुंडली मे कालसर्प दोष की शुभ स्थिति होने पर सभी प्रकार की आर्थिक समस्याए दूर हो जाती जाती है।
- कालसर्प दोष के कुंडली मे होने से नौकरी मे शोहरत और ऊँचे पदका लाभ भी मिलता है।
- यदि किसी व्यक्ति की कुंडली में कालसर्प के मुख में शनि की स्थिति शुभ मानी जाती है,ऐसे व्यक्ति बहुत प्रभावशाली होते हैं। उनका माइंड पढ़ाई मे बहुत तेज होता है।
- कालसर्प दोष के शुभ स्थिति मे होने पर जातक एकाग्रचित होकर अपना कार्य करते है।
- जातक की कुंडली में यदि राहु अच्छी स्थिति में हो तो जातक की कल्पना शांति बहुत अच्छी होती है।
काल सर्प दोष के नुकसान
- बिना किसी मन में डर बना रहता है।
- कालसर्प योग से प्रभावित व्यक्ति को बुरे सपने आते हैं।
- रात में डर के कारण बार-बार नींद खुल जाती है।
- सपने में बार-बार सांप दिखाई देता है।
- हमेशा ऐसा दर्पण रहता है कि कोई आपके पास खड़ा है।
- कड़ी मेहनत के बाद अंतिम पड़ाव पर काम ना होना।
- घर-परिवार और कार्य स्थल पर चमकदार वाद-विवाद होते रहते हैं।शत्रुओं की संख्या बढ़ जाती है।
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- किसी गंभीर बीमारी का इलाज होने पर भी फायदा नहीं होता है।
- व्यक्ति को व्यापार में लगातार नुकसान होता है रहता है।
- मानसिक एवं शारीरिक रूप से परेशान रहता है अर्थात स्वास्थ्य ने दिक्कत हो जाती हैं।
- विवाह का देर से होना या ना होना अथवा वैवाहिक जीवन में परेशानियों का सामना करना होता है।
काल सर्प दोष से संबंधित प्रश्न
काल सर्प दोष से पीड़ित व्यक्ति को घर या मंदिर में जाकर रोजाना शिवलिंग पर अभिषेक करना चाहिए।
कालसर्प दोष 42 वर्षो तक रहता है।
कालसर्प दोष को हमेशा के लिए समाप्त करना संभावनाओं पर निर्भर करता है। ज्योतिष में इसे पूरी तरह से खत्म करना मुश्किल हो सकता है, किंतु उपायों के माध्यम से इसका प्रभाव कम किया जा सकता है।
जब कुंडली में राहु-केतु अक्ष के किसी एक तरफ सभी 7 ग्रह स्थित होते हैं, तो जातकों में काल सर्प/अमृत योग बनता है। किसी को इस पर चिंता करने या इसे महत्व देने की आवश्यकता नहीं है।