शिवलिंग पर चढ़ा हुआ बेलपत्र खाने से क्या होता है, फायदे और नुकसान

शिवलिंग पर चढ़ा हुआ बेलपत्र खाने से क्या होता है, फायदे और नुकसान

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बेल या शिवदुमा जिसे भगवान शिव के वृक्ष के रूप में भी जाना जाता है। बेलपत्र भारत में पवित्र महत्त्व वाला पेड़ है। बेलपत्र पत्तियां भगवान शिव को प्रिय मानी जाती है और पूजा में इस्तेमाल किया जाते है। धार्मिक महत्त्व के साथ इस पेड़ की जड़, तना, पत्ती, फल और बीज सेहद के लिए बहुत फायदेमंद है। शिवलिंग पर चढ़ा हुआ बेलपत्र खाने से क्या फायदे है-

ब्लड शुगर लेवर

अगर बेलपत्र की पत्तियां कहते है, तो उनका ब्लड शुगर कंट्रोल में रहता है। खाली पेट खाने से भी फायदा होता है। बेलपत्र ठंडी होती है, जो आपके शरीर को ठंडा रखती है।

बुखार के लिए

बुखार होने पर शिवलिंग पर चढ़ा बेलपत्र खाने से बुखार ठीक होता है। बेलपत्र की पत्ती को पानी में उबालकर पीने से शरीर का तापमान कम होता है और शरीर का सारा दर्द ख़त्म हो जाता है। इसके लिए बेल की 3 से 4 पत्तियों को पानी में उबाल लें और पानी का रंग बदलने के बाद गुनगुना होने के बाद पिए।

शरीर में इम्‍यूनिटी बढ़ाए के लिए

शरीर ठंडक लेन के लिए गर्मी में बेलपत्र का जूस पीना चाहिए। शरीर में इम्‍यूनिटी बढ़ाए के लिए सुबह शिवलिंग पर चढ़ाया हुआ बेलपत्र की पत्ती खाने से कमजोरी दूर होती है और शरीर की इम्‍यूनिटी स्ट्रांग होती है।

दिल को हेल्दी के लिए

दिल को हेल्दी रखने के लिए सुबह शिवलिंग पर चढ़ाया गया बेलपत्र की पत्ती को खाने से दिल से जुडी सारी बीमारी से राहत मिलती है। साथ ही इसके सेवन से आपका दिल स्वास्थ्य रहता है। बेलपत्र में औषधीय गुण से भरपूर होते है, जो पेट से जुड़ी हर समस्या को दूर करने में मदद करते है।

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सूजन के लिए

अगर आपके सूजन है, तो उसे कम करने के लिए बेलपत्र की पत्ती खाने से कम हो जाती है। इसके पत्तों को चबाने से फायदा होता है।

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बेलपत्र के नुकसान

  • अधिक मात्रा में बेलपत्र का सेवन करने से पाचन संबंधित समस्याएं हो सकती है। कुछ लोगों में यह पेट में गैस या एसिडिटी बढ़ा सकता है।
  • कुछ लोगों को बेलपत्र से एलर्जी हो सकती है। इससे त्वचा पर खुजली, लाल चकत्ते या अन्य एलर्जिक प्रतिक्रियाएं हो सकती हैं।
  • गर्भवती महिलाओं को बेलपत्र का सेवन करने से पहले चिकित्सक से परामर्श करना चाहिए। इसके कुछ घटक गर्भावस्था में समस्याएं उत्पन्न कर सकते हैं।
  • बेलपत्र का अधिक सेवन रक्त को पतला कर सकते है, जिससे रक्तस्राव की समस्या हो सकती है। जिन लोगों की रक्त पतला करने की दवाइयां चल रही हैं, उन्हें इसका सेवन सावधानीपूर्वक करना चाहिए।
  • थायराइड के मरीजों को भी बेल के इस्तेमाल से बचना चाहिए, ये हार्मोन को प्रभावित कर सकता है।

बेलपत्र के उपाय

शिवजी को बेलपत्र सबसे ज्यादा प्रिय है। शिवलिंग पर बेलपत्र चढ़ाने से भगवान शिव की कृपा होती है और शिव प्रसन्न भी होते है। बेलपत्र की तीन पत्तियों को एक पत्ता माना जाता है। शिवलिंग पर बेलपत्र चढ़ाने के कुछ उपाय है-

संतान सुख के लिए

अगर आपके कोई संतान नहीं है और काफी समय से संतान प्राप्ति के लिए प्रयास कर रहे है, तो सावन में आप यह उपाय जरूर कर सकते है। अपनी उम्र क्र बराबर संख्या में बेलपत्र की पत्ती लें और कच्चा दूध लें। एक-एक पते को दूध में डुबोकर शिवलिंग पर चढ़ाएं और ऊं नम: शिवाय मंत्र का जप करते रहें। प्रत्‍येक बेलपत्र को चिकनी तरफ से शिवलिंग पर चढ़ाएं। कम से कम सात सोमवार तक ऐसा करें और आपकी मुराद पूरी हो जाएगी।

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मनोकामना पूरी के लिए

अगर कोई कई प्रयास से कोई मनोकामना कर रहा है और वह पूरी नहीं हो रही है, सोमवार के दिन शिवलिंग पर स्नान कराए। स्‍नान कराने के बाद 5 बेलपत्र चढ़ाएं और बेलपत्र चढ़ाने के साथ ही दूध और शहद से शिवलिंग का अभिषेक करते रहें और साथ ही ऊं नम: शिवाय मंत्र का जप करते रहें। सावन में कम से कम 11 सोमवार तक लगातार यह उपाय करने से आपकी अधूरी मनोकामना पूरी होगी।

बीमारी दूर करने के लिए

अगर आपके घर में कोई काफी समय से बीमारी की समस्या है, तो सावन के महीने में बेलपत्र का उपाय करना आपके लिए शुभफलदायी होगा। तांबे के लोटे में जल लेकर पीला चंदन उसमे डालें और 108 बेलपत्र की पत्ती उसमे दाल दें।

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इसके बाद शिवलिंग पर जल चढ़ाते रहे और एक बेलपत्र चढ़ाते रहें और मन ही मन ऊ नम: शिवाय मंत्र का जप करते रहें और बीमार व्‍यक्ति के अच्‍छे स्‍वास्‍थ्‍य की कामना करते रहें। इस उपाय से रोगी जल्दी ठीक होगा।

विवाह की समस्या के लिए

यदि आपके विवाह में देरी हो रही है और बार-बार विवाह योग बनकर ताल रहे है। सावन के आरंभ के 5 सोमवार को शिवलिंग पर 108 बेलपत्र की पत्ती चढ़ाए और बेलपत्र चढ़ाते समय ऊं नम: शिवाय मंत्र का उच्‍चारण करते रहें। हर सोमवार को शिवजी के साथ माता पार्वती की पूजा करें। आपका विवाह जल्दी होगा।

धन लाभ के लिए

यदि आपके पास पैसा नहीं टिक रहा है, तो सावन के 5 सोमवार शिवलिंग पर बेलपत्र की पत्ती चढ़ाए और उन बेलपत्र की पत्ती को पर्स और रूपये के स्थान पर रख दें। ऐसा करने से रूपये की कमी नहीं होगी। बेलपत्र का पेड़ घर में लगाएं। बेलपत्र का पेड़ घर में लगाने से महालक्ष्‍मी प्रसन्‍न होती हैं और आपके घर में बरकत होती है।

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बेलपत्र से संबंधित प्रश्न

सोमवार को बेलपत्र खाने से क्या होता है?

सोमवार को बेलपत्र खाने से शिवजी की कृपा होती है और घर में सुख संपत्ति और शांति बढ़ती है।

शिवलिंग पर बेलपत्र उल्टा क्यों चढ़ाया जाता है?

शिवलिंग पर बेलपत्र उल्टा इसलिए चढ़ता है, क्योंकि सीधा बेलपत्र शिवलिंग पर रखने से उसका पिछला भाग शिवलिंग पर स्पर्श करता है, जबकि उसका आगे भाग करना चाहिए।

बेल पत्र कितने दिन तक बासी नहीं होता है?

बेल पत्र करीब 6 माह तक बासी नहीं होते है।

पूजा के बाद बेलपत्र का क्या करें?

भगवान शिव को चढ़ाए गए बेलपत्र की पत्ती को नदी, तालाब या किसी स्थान पर विसर्जित कर दें।

बेलपत्र पानी में उबालकर पीने से क्या होता है?

बेलपत्र पानी में उबालकर पीने से हार्ट हेल्थ में भी सुधार होता है। यह शरीर के लिए काफी फायदेमंद है।

क्या बेलपत्र के नीचे शिवलिंग रख सकते है?

हाँ, बेलपत्र के नीचे शिवलिंग रखने से शिव जी प्रसन्न होते है। ऐसे में आप शिवलिंग की बेलपत्र के नीचे रख सकते है।

शिवलिंग पर कितने बेलपत्र चढ़ाने चाहिए?

शिवलिंग पर 3 से 11 बेलपत्र चढ़ाने चाहिए। आप चाहे, तो अधिक भी चढ़ा सकते है। एक बेलपत्र भी चढ़ाते हैं तो भी सच्चे मन से भगवान शिव की पूजा करने से वे प्रसन्न होते हैं। वहीं शीघ्र विवाह के लिए शिवलिंग पर 108 बेलपत्र चढ़ाने चाहिए।


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