आँखो का फड़कना एक आम समस्या है। इसे म्योकालोनिक ट्विचिंग कहते हैं। यह चेहरे की मांसपेशियों में अनैच्छिक संकुचन के कारण होता है। महिलाओं का आँखे फड़कना इस बात पर भी है कि महिला कुंवारी है या शादीशुदा है। कुँवारी लड़कियों के लिए दाहिनी आंख का फड़कना शुभ माना जाता है। ऐसा माना जाता है कि इससे करियर में सफलता मिल सकती है और जल्दी शादी हो सकती है। वही शादीशुदा महिलाओं के लिए दाहिनी आँख का फड़कना इतना शुभ नहीं माना जाता है। ऐसा माना जाता है कि इससे आगे के जीवन में कुछ समस्याएं हो सकती हैं। महिलाओं के दाहिनी आंख किसी और कारण से भी फड़कती है-जैसे-थकावट, ज़्यादा कैफ़ीन का सेवन, तेज रोशनी, आंखों में जलन आदि होता है। महिलाओं के दाहिने आंख का फड़कने के उपाय है-
महिलाओं के आँखों पर प्रभाव
अगर आंखें लगातार फड़क रही हैं, तो यह किसी स्वास्थ्य समस्या से जुड़ा हो सकता है। ऐसे में डॉक्टर से सलाह लेनी चाहिए या फिर कुछ उपाय करने चाहिए। आँखों का फड़कने के पीछे न्यूरोलॉजिकल कारण होते है। ऐसा सिर्फ 3-4 प्रतिशत लोगों में देखने को मिलता है। अक्सर महिलाओं में पलकें फड़कना तब होता है, तब वह बहुत थकी हुई होती है। उसके वह थोड़ी देर आराम करें।
तनाव और थकान
चिंता और तनाव अक्सर मांसपेशियों से तनाव की और जाता है। लंबे समय तक एक तनाव परिणामस्वरूप मांसपेशियों को चिकोटी मिल सकती है। न्यूरोट्रांसमीटर के रूप में जाने वाले मस्तिष्क में रसायन मस्तिष्क नसों के लिए जानकारी भेजता है, जो माँसपेशियो को नियंत्रित करता है। नींद की कमी के कारण होने वाली थकान प्रभावित करता है। अधिक काम करने, कम नींद लेने या मानसिक तनाव के कारण आँखें फड़क सकती हैं।
नींद की कमी
नींद पूरी न होने से शरीर पर असर पड़ता है। इसका असर आँखों पर दिखता है। नींद की कमी से आँखों पर थकान और तनाव होता है। जिससे आंखे फड़कने लगती है। इसलिए 7 से 8 घंटे की नींद लेनी चाहिए। इसके अतिरिक्त इलेक्ट्रॉनिक स्क्रीन्स जैसे टी.वी., मोबाइल, कम्प्यूटर आदि, के प्रयोग को सीमित करें और बिस्तर पर जाने से पहले उसे छोड़ दें।
कैफीन तथा अन्य स्टिम्युलेंट्स का सेवन कम करें
अत्यधिक काफी, सोडा, चाय और सिगरेट आदि का अत्यधिक सेवन करने से आँखों का फड़कना हो सकता है। इन सब का सेवन कम ही करे, जिससे मांसपेशियों में अस्थायी संकुचन हो सकता है। और आपको इससे नुकसान हो सकता है।
स्क्रीन से ब्रेक ले
अगर किसी स्क्रीन वाली चीज-जैसे-कम्प्यूटर या फ़ोन पर काम करते है, तो ब्रेक ले। अपनी आँखों से स्क्रीन को थोड़ी देर के लिए आराम दे। आई स्ट्रेन की समस्या से निजात पाने के लिए अपनी आंखों को आराम देना बहुत जरूरी है। स्क्रीन टाइम कम होने से आपकी आंखों को बहुत फायदा होगा।
एल्कोहल
यदि आप शराब पीने के बाद भी पलक का फड़कना महसूस करते है तो थोड़ी देर के लिए संयम का प्रयास करें , क्योंकि शराब का सेवन पलक फड़कने का कारण हो सकता है।
जोर-जोर से पलक को झपकना शुरू करें
जितना संभव हो उतनी जोर से आँखें बंद कर और खोल कर कर सकते है। यह जब तक कर सकते है जब तक कि आंसू न निकल जाए। इस क्रिया को जल्दी-जल्दी करने से आँख में आँसुओं की एक समतल परत बन जाती है। इसके कारण आँखों मे आर्द्रता, पलकों को आराम, आँख और चेहरे के मसल्स की वर्जिश तथा आँखों मे रक्त का प्रवाह बढ़ जाता है जिससे समस्या से राहत मिलती है।
मसाज से आँखों को आराम पहुँचाये
अपनी बीच वाली उंगली की सहायता से निचली पलक की गोलाई में मसाज करें। जिस आँख में फड़कन हो उसकी पलक का लगभग 30 सेकेण्ड्स तक मसाज करें।
ये भी पढ़े: महिलाओं को चक्कर आना के कारण, जाने पूरी जानकारी
इस विधि से अच्छे परिणाम मिलते हैं क्योंकि इससे रक्त प्रवाह बढ़ता है और साथ ही माँसपेशियों को मजबूती मिलती है।
अधिक पानी पीना
शरीर का 55% से 60% हिस्सा पानी से बना होता है। इसलिए शरीर के अंदर की हर चीज को ठीक से काम करने के लिए उचित हाइड्रेशन की जरुरत होती है। आपको हर दिन एक निश्चित मात्रा में पानी पीना चाहिए। प्रतिदिन 8 से 10 गिलास पानी पीने का लक्ष्य निर्धारित करें।
विटामिन की कमी
खराब आहार की वजय से विटामिन की कमी होती है। जिससे आपके पुरे शरीर में समस्या हो सकती है। इसमें आपको पलकों की भी ऐंठन हो सकती है। नसों और मांसपेशियों को सही तरीके से काम करने देने के लिए संतुलन आहार की जरुरत है-जैसे-मैगनीशियम, पोटेशियम, कैल्शियम, विटामिन बी12 और विटामिन डी आदि। अपने आहार में स्वास्थ्य, प्राकृतिक खाद्य पदार्थो को शामिल शामिल करने का प्रयास करे।
आँखों के डॉक्टर को दिखाए
अगर आपके आँखों का फड़कना एक हफ्ते से ज्यादा रहता है, यदि ऐंठन ऐसी हो जो चेहरे के अन्य मांसपेशियों को प्रभावित कर रही है। यदि ऐसा कुछ होता है, तो आप तुरंत डॉक्टर को दिखाए। वह आपकी जाँच करेंगे। यदि डॉक्टर को शक है कि आपकी परेशानी का कारण आपके मस्तिष्क से या नर्व से संबंधित कोई गड़बड़ है। यदि आवश्यक हुआ तो वह आपको किसी न्यूरोलोजिस्ट या अन्य स्पेशलिस्ट को रेफर कर सकता है। आप डॉक्टर के पास जाए। वह आपको दवाएं, दैनिक व्यायाम और आहार के बारे में अवशय चर्चा करेंगे।
महिलाओं के दाहिने आंख का फड़कने से संबंध प्रश्न
स्क्रीन से ब्रेक लेना, तनाव कम करना और अपनी पलक की मालिश करना भी आंखों की फड़कन को रोकने में मदद कर सकता है। अगर आंखों के फड़कने के घरेलू उपचार से राहत नहीं मिलती है, तो नेत्र रोग विशेषज्ञ से मिलें।
यदि किसी महिला की दाईं आंख फड़कती है, तो इसे शुभ संकेत नहीं माना जाता है। दाईं आंख फड़कने का मतलब होता है कि घर परिवार में कोई विवाद उत्पन्न हो सकता है या फिर किसी काम में बाधा उत्पन्न हो सकती है।
महिलाओं की बाई आंख का फड़कना शुभ माना जाता है।
दाहिनी आंख का फड़कना सूर्य की कृपा का संकेत माना जाता है। ऐसा कहा जाता है कि यह करियर, धन, रिश्ते और स्वास्थ्य सहित जीवन के सभी क्षेत्रों में सौभाग्य ला सकता है।