पूज्य श्री हित प्रेमानंद गोविंद शरण महाराज जी एक रसिक संत हैं। Govind Sharan Ji Maharaj बहुत ही प्रसिद्द आध्यात्मिक गुरु और संत होने के साथ-साथ एक पथ प्रदर्शक भी हैं। इस लेख में हम Premanand Ji Maharaj biography के बारे में जानेंगे। जैसे की उनकी उम्र, जन्मतिथि, वास्तविक नाम, जन्मस्थल कहाँ है इत्यादि। इसके अलावा उनके गुर्दे की बिमारी के बारे में भी जानेंगे।
Premanand ji Maharaj Biography
प्रेमानंद जी महाराज के दादाजी एक सन्यासी थे। उनके पुरे घर का माहौल बहुत ही पवित्र, भक्तिमय और धार्मिक था। उनके पिताजी श्री शम्भू पांडे जी ने भी बाद में सन्यास ले लिया था। इतने भक्तिमय परिवार में जन्म लेने की वजह से उनमे सात्विकता और भक्ति शुरू से ही थी।
श्री हित प्रेमानंद जी महाराज ने बहुत कम उम्र से ही मंत्र, प्रार्थना, नाम जपना इत्यादि शुरू कर दिया था। जब वे पांचवी कक्षा में थे तभी से उन्होंने गीता प्रेस प्रकाशन की श्री सुखसागर को पढ़ना शुरू कर दिया था।
प्रेमानंद जी महाराज जब 9वीं कक्षा में थे तब उन्होंने अपने जीवन को आध्यात्मिक रूप से जीने का निर्णय लिया। अपने निर्णय के बारे में उन्होंने अपनी माताजी को भी बताया। करीब सुबह के 3 बजे 13 साल की उम्र में महाराज जी ने अपने घर को त्याग दिया और वे सत्य और परमात्मा की खोज में निकल गए।

महाराज जी को नैष्ठिक ब्रह्मचर्य की दीक्षा दी गयी और उनका नाम आनंदस्वरूप ब्रह्मचारी रखा गया। बाद में उन्होंने संन्यास भी ले लिया था। और जब उन्होंने महावाक्य को स्वीकार किया तब उनका नाम स्वामी आनंदाश्रम रखा गया। प्रेमानंद जी महाराज के गुरु जी का नाम श्री हित गोविंद शरण जी महाराज हैं।
Premanand Maharaj’s details

Shri Hit Premanand Ji Maharaj real name
Premanand Ji Maharaj का असली नाम अनिरुद्ध कुमार पांडे (Aniruddh Kumar Pandey) है।
Premanand Govind Sharan Ji Maharaj date of birth
श्री हित प्रेमानंद जी महाराज के जन्म की सटीक तारीख की जानकारी अभी तक सार्वजानिक नहीं है। लेकिन उनके जन्म का साल 1963 (अनुमानित) है।
Shri Hit Premanand Ji Maharaj age
Premanand Ji Maharaj age इस साल (2023 में ) लगभग 60 वर्ष हो जाएगी।
Premanand Ji Maharaj health
प्रेमानंद जी महाराज की आज से लगभग 18 साल पहले दोनों किडनियों में बीमारी हो गयी थी। उनको ऑटोसोमल डोमिनेंट पॉलीसिस्टिक किडनी (Autosomal dominant polycystic kidney disease) की बीमारी हो गई थी। मेडिकल विशेषज्ञों का कहना हैं की ये बीमारी आनुवंशिक (Genetic ) होती है।
इस बीमारी के बढ़ती उम्र के साथ उभरने का खतरा बहुत ज्यादा बढ़ जाता है। लगभग 60 की उम्र आने तक ये बिमारी अपना रूप दिखा देती है। ये दुर्लभ बिमारियों में से एक हैं जो की माता-पिता से बच्चों में आती है। इस बीमारी में गुर्दे का आकार बड़ा होने लगता है।

इस बीमारी में गुर्दे में गांठे बनना शुरू हो जाती हैं और ये गांठे समय के साथ-साथ बढ़ती रहती हैं। जिसकी वजह से गुर्दा काम करना बंद कर देता है और वो खराब हो जाता है। ऐसी स्तिथि में इंसान को जीवित रहने के लिए किडनी डायलिसिस की प्रक्रिय से गुजरना पड़ता है।
प्रेमानंद जी महाराज की ऑटोसोमल डोमिनेंट पॉलीसिस्टिक किडनी की बिमारी की वजह से अब दोनों गुर्दे नहीं हैं। वे बिना गुर्दों के भी लगभग पिछले 18 सालों से अपनी दिनचर्या का अच्छे से पालन करते आ रहे है। उनको किडनी डायलिसिस की प्रक्रिया से हफ्ते में लगभग 3 से 4 बार गुजरना पड़ता है। इस प्रक्रिया में लगभग 3 से 5 घंटे लगते है।
Premanand Ji Maharaj’s birthplace
Premanand Ji Maharaj का जन्म उत्तर प्रदेश के कानपुर के सरसौल ब्लॉक के अखरी गांव (Akhri Village, Sarsol Block, Kanpur, Uttar Pradesh) में हुआ था।
Premanand Ji Maharaj’s family
श्री हित प्रेमानंद जी महाराज का जन्म एक ब्राह्मण परिवार में हुआ था। उनके पिताजी का नाम श्री शम्भू पांडे है और उनकी माताजी का नाम श्रीमती रमा देवी है। उनका परिवार शुरू से ही बहुत सात्विक था और वे सभी साधू संतो का सम्मान करते थे।
प्रेमानंद जी महाराज के सोशल मीडिया एकाउंट्स (Premanand Ji Maharaj’s social media)

श्री हित प्रेमानंद गोविंद शरण जी महाराज के वेबसाइट vrindavanrasmahima पर आप महाराज जी के बारे में पढ़ सकते हैं। इसके अलावा उनके वेबसाइट पर बहुत सी आध्यत्मिक सामग्री, प्रवचन, भजन, विचार, दर्शन इत्यादि के वीडियोस और लेख उपलब्ध हैं।
इस सामग्री को पढ़ने और देखने के बाद आपके मन को परमांनद की अनुभूति होगी। फिलहाल Premanand Ji Maharaj Wikipedia पेज उपलब्ध नहीं है।
Premanand Maharaj’s all YouTube channels
श्री हित प्रेमानंद जी महाराज के 6 यूट्यूब चैनल्स हैं। उनके सभी यूट्यूब चैनल्स में से उनके सबसे लोकप्रिय यूट्यूब चैनल भजन मार्ग पर 4.32 मिलियन से भी ज्यादा सब्सक्राइबर्स हो चुके है। इस चैनल को 19 अप्रैल 2019 में बनाया गया था।
इस चैनल पर इतने कम समय में भी अभी तक 2200 से भी ज्यादा वीडियोस को अपलोड कर दिया गया हैं। उनके इस चैनल पर सबसे पुरानी वीडियो 20 अप्रैल 2019 को अपलोड की गयी थी।

उनके चैनल के विवरण में भजन मार्ग चैनल बनाने का उद्देश्य लिखा हुआ है। भक्ति के मार्ग पर चलते हुए भक्तों के जीवन में बहुत से प्रशन उठते रहते है। उनके यूट्यूब चैनल भजन मार्ग से आपको उन्ही प्रशनों के उत्तर मिलेंगे।
उन प्रश्नों के निवारण हेतू परम पूज्य वृन्दावन रसिक संत श्री हित प्रेमानन्द गोविन्द शरण जी महाराज के अन्य भक्तों और साधकों के साथ एकांतिक वार्तालाप में से लिए गए कुछ महत्वपूर्ण प्रसंगों और प्रशन-उत्तरों के वीडियो भजन मार्ग चैनल पर उपलब्ध है। इन वीडियोस से हमारा भजन मार्ग प्रशस्त होगा और हम सब भगवत प्राप्ति कर सकेंगे।
उनके अन्य सभी यूट्यूब चैनलों की जानकारी –
क्रमांक | चैनल का नाम | सब्सक्राइबर्स की संख्या (09/2023) | कुल वीडियोस की संख्या (09/2023) | पहली वीडियो अपलोड करने की तारीख | चैनल को बनाने की तारीख |
1. | श्री हित राधा कृपा | 919 हज़ार से भी ज्यादा | 2.9 हज़ार से भी ज्यादा | 29 जुलाई 2016 | 16 दिसंबर 2013 |
2. | वृन्दावन रस महिमा | 255 हज़ार से भी ज्यादा | 2.1 हज़ार से भी ज्यादा | 25 अप्रैल 2017 | 25 अप्रैल 2017 |
3. | साधन पथ | 1.83 मिलियन से भी ज्यादा | 1.9 हज़ार से भी ज्यादा | 2 मार्च 2021 | 27 नवंबर 2009 |
4. | गुरु कृपा केवलम् | 370 हज़ार से भी ज्यादा | 1.3 हज़ार से भी ज्यादा | 7 फरवरी 2021 | 29 अप्रैल 2020 |
5. | भजन सार | 275 हज़ार से भी ज्यादा | 925 | 12 फरवरी 2023 | 16 जुलाई 2021 |

Premanand Ji Maharaj के सभी सोशल मीडिया एकाउंट्स के हैंडल्स –
क्रमांक | सोशल मीडिया और अन्य एकाउंट्स | अकाउंट्स / हैंडल्स |
1. | यूट्यूब | @BhajanMarg |
2. | यूट्यूब | @ShriHitRadhaKripa |
3. | यूट्यूब | @VrindavanRasMahima |
4. | यूट्यूब | @SadhanPath |
5. | यूट्यूब | @Gurukripakevalam |
6. | यूट्यूब | @BhajanSaar |
7. | इंस्टाग्राम | vrindavanrasmahima |
8. | फेसबुक | Vrindavan Ras Mahima |
9. | इंस्टाग्राम | bhajanmarg_official |
Premanand Maharaj’s Instagram & Facebook
श्री हित प्रेमानंद जी महाराज के दो इंस्टाग्राम अकाउंट्स हैं। उनके पहले इंस्टाग्राम अकाउंट का नाम Bhajan Marg Official हैं। इस अकाउंट पर उनके 3.9 मिलियन से भी ज्यादा फॉलोवर्स है। और इस अकाउंट पर अब तक 1265 से भी ज्यादा पोस्ट्स को अपलोड कर दिया गया हैं।
उनके दूसरे इंस्टाग्राम अकाउंट का नाम vrindavanrasmahima हैं। इस अकाउंट को सौरभ शर्मा नाम द्वारा संचालित किया जाता हैं। उनके इंस्टाग्राम अकाउंट पर अब तक 7 लाख 82 हज़ार से भी ज्यादा फॉलोवर्स हो चुके हैं। और उन्होंने अब तक इंस्टाग्राम पर 860 से भी ज्यादा पोस्ट्स अपलोड कर दिए हैं।
श्री हित प्रेमानंद गोविंद शरण जी महाराज का अकाउंट इंस्टाग्राम के अलावा फेसबुक पर भी हैं। उनका फेसबुक अकाउंट Vrindavan Ras Mahima के नाम से हैं और उस पर अब तक 6 लाख 80 हज़ार से भी ज्यादा फॉलोवर्स हो चुके हैं। उनके इस फेसबुक पेज को 26 अप्रैल 2017 को बनाया गया था। उनके फेसबुक पेज पर उनके प्रवचन के बहुत से वीडियोस हैं।
प्रेमानंद जी महाराज वृंदावन (Premanand Ji Maharaj’s ashram address)

Premanand Ji Maharaj Vrindavan, उत्तर प्रदेश में रहते है। उनका पूरा पता पिन कोड समेत:
हिंदी में | In English |
श्री हित राधा केली कुंज वृन्दावन परिक्रमा मार्ग वरहा घाट भक्तिवेदांत धर्मशाला के सामने वृन्दावन, उत्तर प्रदेश भारत पिन कोड – 281121 | Shri Hit Radha Keli Kunj Vrindavan Parikrama Marg Varaha Ghat Infront of Bhaktivedanta Hospice, Vrindavan, Uttar Pradesh India Pin Code – 281121 |
मोबाइल नंबर: +91 88689 85762
ई-मेल आईडी: info@vrindavanrasmahima.com
प्रेमानंद जी महाराज के आश्रम की समय सारणी (Time Schedule):
सुबह का कार्यक्रम (Morning Schedule):
04:10 to 05:30am – Daily Morning Satsang by Pujya Maharaj Ji
05:30 to 06:30am – Mangla Aarti of Shri Ji & Van Vihar
06:30 to 08:15am – Hit Chaurasi ji (Mon, Wed, Thu, Sat, Sun) & Radha Sudhanidhi ji (Tue, Fri) Path
08:15 to 09:15am – Shringaar Aarti of Shri Ji, Bhakt-Namavali, Radha Naam Sankirtan
दोपहर का कार्यक्रम (Afternoon Schedule):
04:00 to 04:15pm – Dhup Aarti
04:15 to 05:35pm – Daily Evening Vaanipath
05:35 to 06:00pm – Bhakt Charitra
06:00 to 06:15pm – Sandhya Aarti
निष्कर्ष (Conclusion)

प्रेमानंद जी महाराज (जिन्हे बहुत से लोग पिले बाबा के नाम से भी सम्बोधित करते है) ने अपना जीवन से सांसारिक मोह-माया का पुरे तरीके से त्याग कर दिया था। उन्होंने देह भाव और शारीरक सुख का त्याग कर अपने जीवन में बहुत ही कड़े सिद्धांतों और दिनचर्या का पालन किया।
जिसकी वजह से वे इंसानी शरीर के ताल से ऊपर उठ गए। इस दौरान Premanand Ji Maharaj ने जिन्दा रहने के लिए सिर्फ आकाश वृति को ही स्वीकार किया। इसका मतलब उन्होंने सिर्फ वही स्वीकार किया जो उन्हें भगवान की दया से मिला बिना किसी स्वयं के प्रयास से।
आज के समय में वे बहुत से लोगो के जीवन की दुविधाओं को सुलझाते है। उनसे मार्ग दर्शन पाने और मिलने के लिए बहुत से आम और प्रसिद्द लोग दूर-दूर से आते हैं।
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