घबराहट एक ऐसी समस्या है, जिस पर यदि ध्यान नहीं दिया गया तो काफी मुश्किल हो सकती है। लेकिन इसके लिए कुछ असं से उपाय अपनाकर हम काफी राहत महसूस कर सकते हैं। आज व्यस्त जीवनशैली और आगे बढ़ने की होड़ के कारण लोगों में एंग्जायटी की समस्या तेजी से बढ़ रही है। बेचैनी और घबराहट का रामबाण इलाज घरेलू उपाय है-
गहरी साँस ले
अचानक घबराहट होने पर गहरी साँस लेना एक प्रभावी उपाय है। यह शरीर और मस्तिष्क को शांत करता है और घबराहट को कम करता है।
संतुलन आहार लें
अपने आहार में फल, सब्जियां, और प्रोटीन युक्त खाद्य पदार्थ शामिल करें। इससे शरीर और मस्तिष्क को आवश्यक पोषक तत्व मिलते हैं जो घबराहट को कम करते हैं।
व्यायाम करें
नियमित व्यायाम करने से शरीर में एन्डोर्फिन्स का स्तर बढ़ता है जो तनाव और घबराहट को कम करने में मदद करता है। इसलिए इन प्राचीन तकनीकों का अभ्यास करने के लिए प्रतिदिन कुछ समय आरक्षित करने की अत्यधिक अनुशंसा की जाती है। उनका अभ्यास न केवल आपको शांत बनाएगा, बल्कि यह आपको अधिक कुशल और केंद्रित बनाएगा।
ग्रीन टी
ग्रीन टी में कुछ गुण पाए जाते है जो घबराहट और बेचैनी पैदा करने वाले तत्वों को रोकने का काम करती है। ग्रीन टी पीने से आपका ब्लड प्रेशर भी कंट्रोल रहता है। क्योंकि ज्यादातर मौकों पर बीपी बढ़ने से भी घबराहट होती है। नियमित रूप से ग्रीन टी का सेवन थोड़े समय में घबराहट की समस्या को दूर कर सकता है।
बादाम
बादाम में पाए जाने वाले आयरन और जिंक जैसे तत्व हमारे मस्तिष्क की गतिविधियों को ठीक रखने का काम करते है और नियमित रूप से बादाम का सेवन किया जाए तो घबराहट और बेचैनी की समस्या से दूर रह सकते है।
साबुत अनाज
साबुत अनाज का सेवन करने वाले लोगों में घबराहट और बेचैनी की समस्या नहीं देखी जाती। साबुत अनाज का उपयोग करने वाले लोगों में यह समस्या दूर होती है। ऐसा करने से आपको जल्द ही घबराहट की समस्या से राहत मिलेगी।
चॉकलेट
तनाव को कम करने के लिए चॉकलेट हमेशा मदद रही है। चॉकलेट खाने से दिमाग में कोर्टिसोल हार्मोन का स्तर कम हो जाता है, जिसके कारण लोगों को घबराहट नहीं होती और समस्या से छुटकारा मिलता है। इसलिए जिन व्यक्तियों को घबराहट और तनाव की समस्या रहती है उन्हें चॉकलेट का सेवन जरूर करना चाहिए।
तुलसी के पत्ते
तुलसी के पत्ते का सेवन करने से घबराहट में राहत मिलती है। इसे चबाकर खाए या फिर इसकी चाय बनाकर पिए।
गर्म पानी से स्नान
गर्म पानी से स्नान करने से शरीर में तनाव कम होता है और मन को शांति मिलती है।
हल्दी
हल्दी शरीर के लिए बहुत फायदेमंद होती है। इसमें पाए जाने वाले एंटीऑक्सीडेंट और एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण डिप्रेशन को दूर करने के साथ
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घबराहट और बैचेनी को भी आसानी से दूर करेंगे। हल्दी शरीर को लंबे समय तक स्वस्थ रखने में मदद करती है।
दही
दही में एंटी-इंफ़्लेमेटरी, एंटीबैक्टीरियल, और एंटीऑक्सीडेंट गुण होते हैं। दही खाने से अहसास होता है कि तनाव शांत होते है।
घबराहट को दूर करने के लिए आयुर्वेदिक इलाज
घबराहट यानि एंग्जायटी एक प्रकार का मानसिक विकार है। इसे मेडिकल भाषा में एंग्जायटी डिस्ऑर्डर को नर्वस सिस्टम पर अधिक प्रेशर पड़ना भी कहते है। एंग्जायटी से ग्रसित रोगियों की संख्या दिन प्रतिदिन इजाफा हो रही है। यदि समय पर इसका इलाज नहीं होता तो यह गंभीर समस्या हो सकती है। एंग्जायटी अटैक को कंट्रोल करने के लिए दवाईयां, साइकोथैरेपी आदि कई प्रकार के उपचार मौजूद हैं। यहाँ पर ध्यान देने योग्य बात यह है की दवाओं पर निर्भरता एक नशे की लत का रूप ले सकती है। इसलिए उपचार के लिए घरेलू उपाय सबसे बेहतर है।
कैमोमाइल चाय
कैमोमाइल चाय में औषधिय और रोगनाशक गुण होते है जिसके कारण इसका उपयोग दवा के रूप में बहुत पहले से किया जा रहा है। इसके एंटी-इफ्लेमेंटरी और शांत रहने वाले गुण एंग्जायटी को काफी हद्द तक कंट्रोल करने में मदद करता है और नर्वस सिस्टम को शांत रखने में सहायक होते हैं। कैमोमाइल की चाय बनाने के लिए एक कप पानी में सूखे कैमोमाइल के दो चम्मच मिलाकर अच्छे से उबाल लें, फिर इसमें शहद की एक चम्मच मिला ले। इस चाय को दिन में तीन बार ले। यह मस्तिष्क को शांत रखने के साथ आपकी प्रतिरक्षा प्रणाली को भी बढ़ावा देती है।
नींबू बाम
इस जड़ी बूटी का इस्तेमाल स्ट्रेस और एंग्जायटी को कम करने और अनिद्रा को दूर करने के लिए लंबे समय से किया जा रहा है। नींबू बाम आपको चाय, कैप्सूल या अन्य शांत जड़ी बूटियों के साथ मिक्स कर के मिल सकता है। नींबू बाम से बनी चाय आराम तंत्रिका तंत्र को उत्तेजित करती है।
कावा
साउथ पैसिफिक एरिया में मिलने वाला औषधीय पौधा कावा बेचैनी से परेशान लोगों के लिए बहुत कारगर सिद्ध हुआ है। इस पौधे का प्रभाव दिमाग और केंद्रीय तंत्रिका तंत्र के अन्य अंगो पर काम करता है। कावा की जड़ का इस्तेमाल एंग्जायटी, स्ट्रेस, डिप्रेशन, सिरदर्द, बेचैनी, अनिद्रा और भावनाओं को शांत करने के लिए किया जाता है। यह घबराहट के लिए एक आशाजनक विकल्प होता है।
जिंको बिलोबा
इस जड़ी बूटी का सेवन मेमोरी डिसऑर्डर और ऐसी समस्याओ के लिए किया जाता है जो मस्तिष्क में रक्त के प्रवाह को कम कर देती है। जैसे- मेमरोरी लॉस, फोकस की कमी और मूड बदलना। यह बूटी पूरी तरह से सुरक्षित है और लंबे समय से इसका उपयोग किया जा रहा है।
लैवेंडर
यह लोकप्रिय जड़ी-बूटी अपने शांत प्रभाव के कारण लोकप्रिय है। इसकी खुशबू हृदय गति और ब्लड प्रेशर को कम करने में सहायक होती है और यह भावनात्मक एंटी-इंफ्लेमेंटरी के रूप में सहायक है। इसके इस्तेमाल करने से एंग्जायटी कम महसूस करते है। जब लैवेंडर के तेल का इस्तेमाल किया जाता है।
ओमेगा-3 फैटी एसिड
ओमेगा-3 फैटी एसिड घबराहट के लक्षण को कम करने और शरीर में स्ट्रेस केमिकल के स्तर जैसे एड्रेनालाईन और कोर्टिसोल को कम कर मूड को अच्छा करने में मदद करता है। फैटी फिश जैसे ट्यूना और सालमन, अखरोट और अलसी के बीज में ओमेगा-3 फैटी एसिड प्रचुर मात्रा में होता है। एक स्टडी के अनुसार, जो लोग फिश ऑयल सप्लीमेंट का इस्तेमाल करते है और उनके खाने और सोने की आदत, कोर्टिसोल का स्तर और मानसिक स्तर के द्वारा मापने पर घबराहट कम देखने को मिली।
बेचैनी और घबराहट के संबंध में प्रश्न
अपने शरीर पर ध्यान केंद्रित करने से आपकी चिंता दूर हो सकती है। पैदल चलना , योग और ताई-ची जैसे कम प्रभाव वाले व्यायाम अक्सर लोगों को तनाव कम करने और चिंता के लक्षणों को प्रबंधित करने में मदद कर सकते हैं।
दिल घबराता हो तो क्या करना चाहिए?
एंग्जायटी में जब दिल की धड़कने तेज होने लगे तो व्यक्ति को कुछ समय के लिए शांत बैठ जाना चाहिए। इसके साथ ही व्यक्ति को धीरे धीरे गहरी सांसे लेनी चाहिए। इससे रक्त संचार नियंत्रित होता है और दिल की धड़कने नियंत्रित होती है।
नींबू भी विटामिन सी का सबसे बड़ा स्रोत है, इसके सेवन से बेचैनी दूर हो सकती है डार्क चॉकलेट-डार्क चॉकलेट को मूड बूस्टर कहा जाता है। इसमें एंटीऑक्सीडेंट की मात्रा होती है जिसे खाने से बेचैनी और घबराहट को आसानी से दूर किया जा सकता है
दिल का दौरा पड़ने का एक अलग कारण होता है। यह व्यक्ति के कोरोनरी धमनी में रुकावट के कारण होता है। चिंता या घबराहट के दौरे से सीने में दर्द सबसे अधिक तब होता है जब व्यक्ति आराम कर रहा होता है। दिल का दौरा पड़ने वाला अधिक दर्द तब होता है जब व्यक्ति सक्रिय होता है।