कलयुग के सबसे प्रभावशाली देवों में वीर हनुमान जी अग्रणी देव हैं। यदि आप कलयुग में किसी को प्रसन्न करना चाहते है, तो वह हनुमान जी है। वह जल्दी प्रसन्न हो जाते है। मंगलवार और शनिवार का दिन हनुमान जी की पूजा के लिए उत्तम माना जाता है। लोग अपने घरों में हनुमान जी की तस्वीर या मूर्ति लगाकर पूजा करते हैं। इस लेख में पंचमुखी हनुमान जी के महत्त्व के बारे में बताएंगे।
पंचमुखी हनुमान जी का महत्व
यदि आप अपने घर में पंचमुखी की तस्वीर लगाते हैं, तो इससे आपके घर में देवी लक्ष्मी की कृपा बनी रहेगी। इस तस्वीर को लगाने से आपके घर से नकारात्मक ऊर्जा दूर हो जाएगी। हनुमान पंचमुखी के पांच मुखों के अलग-अलग अर्थ हैं। भगवान के ये सभी चेहरे अलग-अलग दिशाओं को देखते हैं। पूर्व दिशा में शत्रुओं को परास्त करते हुए भगवान हनुमान का वानर मुख है। पश्चिम दिशा में गरुड़ का मुख है, जो जीवन में बाधाओं और समस्याओं को दूर करने वाले देवता हैं। वराह का मुख उत्तर की ओर है और उसे प्रसिद्धि और शक्ति का तत्व माना जाता है। हनुमानजी का नृसिंह मुख मुख दक्षिण दिशा की ओर है और यह जीवन से भय को दूर कर देते हैं। आकाश की ओर दिव्य घोड़े का मुख है जो लोगों की मनोकामनाएं पूरी करता है।
पंचमुखी हनुमान जी की तस्वीर लगाने की दिशा
घर के मुख्य द्वार पर पंचमुखी हनुमान जी की तस्वीर लगाना सबसे शुभ होता है। इस स्थान पर तस्वीर लगाने से किसी भी प्रकार की बुरी शक्तियां घर में प्रवेश नहीं कर पाती हैं। पंचमुखी हनुमान जी का एक ऐसा चित्र लाएँ जिसमें वे दक्षिण दिशा की ओर देख रहे हों। वास्तु के अनुसार सबसे ज्यादा नकारात्मक ऊर्जा दक्षिण दिशा से आती है। इस दिशा में पंचमुखी हनुमान की तस्वीर लगाने से घर में सौभाग्य और समृद्धि आती है। घर के दक्षिण-पश्चिम कोने में पंचमुखी हनुमान की तस्वीर लगाने से सभी प्रकार के वास्तु दोष दूर हो जाते हैं।
कैसे स्थापित करे पंचमुखी हनुमान जी की तस्वीर
- जिस स्थान पर पंचमुखी हनुमानजी की प्रतिमा स्थापित करनी है उस स्थान को साफ करें और वहां गंगा जल छिड़कें।
- फोटो स्थापित करने से पहले आपको हनुमान जी की पूजा करनी चाहिए। इसमें धूप, दीप, फूल, प्रसाद आदि रखने के लिए करें। भगवान हनुमान के मंत्र का भी जाप करना चाहिए।
- तस्वीर या मूर्ति की ऊंचाई इतनी हो कि उस पर आसानी से आपकी दृष्टि जाए। जब भी आप उसे देखेंगे तो आपको सकारात्मक ऊर्जा महसूस होगी।
- मंगलवार और शनिवार को हनुमानजी का दिन माना जाता है। इन दोनों में से किसी भी दिन तस्वीर लगाई जा सकती है।
नियमित पूजा करें
- एक बार तस्वीर स्थापित करने के बाद आपको रोजाना पंचमुखी हनुमान जी की धूप-दीप दिखना चाहिए। आप हनुमान चालीसा का पाठ और हनुमान जी के मंत्रों का जाप भी कर सकते हैं। अगर आप हर दिन पूजा नहीं कर सकते तो भी मंगलवार और शनिवार को जरूर करें।
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- पंचमुखी हनुमान जी की तस्वीर सही दिशा और सही तरीके से लगाने से परिवार में खुशहाली आती है। इससे ना सिर्फ वास्तुदोष दूर होता है बल्कि सभी प्रकार की नकारात्मक ऊर्जा से भी छुटकारा मिलता है।
नकारात्मक शक्तियों से बचाव
हनुमान चालीसा में कहा गया है कि भूत प्रेत निकट नहीं आवे-ऐसे में पंचमुखी हनुमान जी की तस्वीर को लगाने से घर की सभी तरह की नकारात्मक शक्तियां नष्ट हो जाती है। जिससे जीवन में खुशहाली बनी रहती है और किसी भी तरह की बाधाएं नहीं आती हैं। हनुमानजी का चित्र लगाने से मंगल, शनि, पितृ और भूतादि का दोष समाप्त हो जाता है। मंगलदोष निवारण के लिए भगवान हनुमान की तस्वीर दक्षिण दिशा में लगाना चाहिए। लेकिन, ध्यान रखें कि हनुमान की प्रतिमा लाल रंग की होनी चाहिए।
पंचमुखी हनुमान जी के संबंधित प्रश्न
पंचमुखी हनुमान जी की ऐसी तस्वीर लाएं जिसमें वह दक्षिण दिशा की तरफ देख रहे हों।
घर तथा ऑफिस इन दोनों जगहों पर पंचमुखी हनुमान की तस्वीर लगाना का भी शुभ माना जाता है कहा जाता है कि धर तथा ऑफिस में आने वाली समस्या तथा नकारात्मक शक्तियों से आप को बचाते हैं।
दक्षिण मुखी संगमरमर की हनुमान मूर्ति रखने से बचना चाहिए क्योंकि ऐसा माना जाता है कि यह नकारात्मक ऊर्जा और दुर्भाग्य लाती है।
सुबह नहाकर साफ कपड़े पहनकर एक लाल कपड़े पर हनुमान की पंचमुखी मूर्ति या चित्र स्थापित करें। हनुमानजी की पूजा करें और गाय के शुद्ध घी का दीपक जलाएं जो जाप के अंत तक जलता रहे। इसके बाद समस्या के अनुसार ऊपर दिए गए मंत्र में से किसी 1 का जाप करना शुरू करें।
माना जाता है वानर मुख दुश्मनों पर विजय प्रदान करता है। गरुड़ मुख – हनुमान जी का पश्चिम दिशा वाला गरुड़ मुख कहलाता है।
ॐ वायुपुत्राय शिखायै वंषट् । ॐ अग्निगर्भाय कवचाय हुं । ॐ रामदूताय नेत्रत्रयाय वौषट् । ॐ पंचमुखहनुमते अस्राय फट्।