सरसों के तेल का इस्तेमाल व्यक्ति कई सदियों से करते आ रहे है। सरसों का तेल ना सिर्फ खाने के लिए बल्कि सर्दियों में शरीर पर लगाने के लिए भी अच्छा माना जाता है। सरसों के तेल का उपयोग पूजा-पाठ और धार्मिक कार्यों में भी किया जाता है। सनातन धर्म में घी के दिए जलाने के साथ सरसों के तेल के दिए जलाने की परम्परा भी बहुत पुरानी है। ऐसा माना जाता है कि शनि देव को सरसों का तेल अर्पित करने से वे प्रसन्न होते हैं, और भक्तों पर कोई संकट नहीं आने देते। इसके अलावा सरसों के तेल से जुड़े कुछ उपाय भी हैं जिनको करने से व्यक्ति को कभी भी धन से संबंधित समस्याओं का सामना नहीं करना पड़ता है।
रोगों से मुक्ति मिलती है
जो लोग शनिवार के दिन सरसों के तेल का दीपक जलाते हैं, उनसे शनिदेव प्रसन्न होते हैं और उनके परिवार पर भगवान शनि देव की कृपा बनी रहती है। इसके साथ ही रोगों से भी मुक्ति मिलती है।
तरक्की के रास्ते खुलेंगे
अगर आप लगातार मेहनत कर रहे हैं और आपको सफलता नहीं मिल रही है तो आपको शनिवार के दिन सरसों के तेल का दीपक जलाना चाहिए। इससे आपकी जिंदगी में सकारात्मक का संचार होगा और तरक्की के सभी रास्ते खुलने लगेंगे।
परिवार के सदस्यों में प्रेम बढ़ेगा
जो लोग शनिवार के दिन सरसों के तेल का दीपक शनिदेव के सामने जलाते हैं, उससे उनके घर में सुख समृद्धि का वास होता है और पारिवारिक सदस्य में भी प्रेम भाव बना रहता है।
नकारात्मक शक्तियां दूर
कई बार जाने अनजाने में घर में नकारात्मक शक्तियां आ जाती हैं, जो कि घर की बरकत को रोक देती हैं। ऐसे में शनिवार के दिन सरसों के सरसों के तेल का दीपक जलाना बेहद शुभ होता है।
माता लक्ष्मी की अपर कृपा
जो लोग हर शनिवार सरसों के तेल का दीपक जलाते हैं, उससे उनके घर में माता लक्ष्मी की अपार कृपा बनी रहती है और कभी धन की कमी नहीं होती है। कर्ज से परेशान लोगों को शनिवार के दिन सरसों के तेल का दीपक जरूर जलाना चाहिए। इससे उन्हें कर्ज के बोझ से जल्द छुटकारा मिल सकता है।
धन की प्राप्ति
व्यक्ति को 30 दिनों तक सरसों के तेल का दीपक जलाकर पीपल के पेड़ के नीचे रखना चाहिए तथा पीपल की पूजा करनी चाहिए। ऐसा करने से रुका हुआ धन मिलने की संभावना बढ़ जाती हैं और धन की प्राप्ति होती हैं। विशेष रूप से धन की प्राप्ति हेतु पीपल के पेड़ के नीचे पूजा करके सरसों के तेल का दीपक जलाने का महत्व है।
भगवान भैरव के सामने
अगर घर परिवार में सुख समृद्धि नहीं है, हमेशा दुख लगा रहती हैं, हर समय कष्ट सताते हैं, तो कष्टों से मुक्ति पाने के लिए घर की सुख समृद्धि के लिए, सरसों के तेल से दीपक को जलाकर भगवान भैरव के सामने रख देना चाहिए तथा उनकी पूजा-अर्चना करनी चाहिए। ऐसा करने से भगवान प्रसन्न हो जाते हैं और घर में सुख समृद्धि के सारे दरवाजे खोल देते हैं।
सरसों के तेल में दो कौड़ियां डालें
सरसों के तेल का दिया जला कर उसमें दो कौड़ियां डाल दें। ऐसा करने से माता लक्ष्मी प्रसन्न होती हैं और यदि माता लक्ष्मी प्रसन्न हो गई तो धन की वर्षा हो जाएगी। जिन लोगों को धन की कमी है, गरीब है, हमेशा घर में पैसों की कमी लग जाती हैं, उन्हें सरसों के तेल में दो कौड़ियां डालकर सरसों के तेल का दीपक जलाना चाहिए। ऐसा करने से धन के सारे दरवाजे खुल जाते हैं।
सरसों के तेल को कांच की शीशी में डालकर बहाएं
जिन लोगों को व्यापार में तरक्की नहीं हो रही है, हर दिन व्यापार में नई-नई मुसीबतें पैदा हो रही हैं या फिर जिन लोगों को नौकरी नहीं लग रही है, नौकरी में परेशानी हो रही है, उन लोगों को कांच की शीशी में सरसों के तेल का दीपक जलाकर रखा कर उसे बहते हुए पानी में प्रवाहित कर लेना चाहिए। इससे तरकी के सारे रास्ते खुल जाते हैं और इंसान जल्द से आगे की ओर बढ़ जाता है। अचानक से धन की वर्षा होने लगती हैं और घर में सुख समृद्धि बनी रहती है।
सरसों के तेल का दीपक नदी में बहाएं
धन प्राप्ति हेतु तथा गरीबी दूर करने हेतु सरसों के तेल का दीपक जलाकर बहते हुए पानी में प्रवाहित करना चाहिए। ऐसा करने से घर में सुख समृद्धि बनी रहती है तथा धन की वर्षा होती हैं।
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गरीबी दूर हो जाती हैं और घर में रौनक दिखने लग जाती हैं, इसीलिए बहती हुई नदी या बैठे हुए तालाब में सरसों के तेल का दीपक जलाकर जरूर बहाना चाहिए।
सरसों के तेल का दीपक मुख्य दरवाजे पर
यदि किसी व्यक्ति को धन से संबंधित परेशानी हो रही है, नौकरी करने के बावजूद, व्यापार करने के बावजूद, उन्हें तरक्की नहीं मिल रही है तो उन्हें सरसों के तेल का दीपक दरवाजे के दोनों तरफ रखना चाहिए। ऐसा करने से कुंडली के सभी दोष समाप्त हो जाते हैं तथा धन की वर्षा होनी शुरू हो जाती हैं।
दीपक जलाते समय कुछ बातों का ध्यान रखें
- दीपक जलाते समय सर खुला न रखें. पूर्व या पश्चिम दिशा की ओर मुह करके ही दीपक जलाएं।
- कभी भी घर में सरसों के तेल का दीपक न जलाएं, घर में तिल के तेल का या घी का दीपक जलाएं।
- दीपक को मुह से फूंककर न बुझाएं, अगर बुझाना ही है तो आंचल या कपड़े से हवा करके बुझाएं।
सरसों तेल से संबंधित पूछे गए प्रश्न
घर के मुख्य द्वार पर सरसों के तेल का दीपक जलाने से धन से जुड़ी समस्या दूर होने लगती है। ऐसा करने से व्यक्ति की आर्थिक स्थिति मजबूत होती है।
हाँ, सरसों के तेल का प्रयोग आमतौर पर पूजा-पाठ में भी किया जाता है।
सरसों के तेल का दीपक मुख्य रूप से हनुमान जी और शनि भगवान के समक्ष जलाया जाता है। हनुमान जी के सामने सूर्यास्त के बाद दीपक जलाकर हनुमान चालीसा का पाठ करना चाहिए, इससे अंजनी पुत्र बजरंगवली प्रसन्न होते है।
ऐसा माना जाता है कि शनिदेव को सरसों का तेल चढ़ाने से वे प्रसन्न होते हैं, जिससे साढ़ेसाती, शनि दोष या ढैय्या से मुक्ति मिलती है। शनिदेव को सरसों का तेल चढ़ाने के साथ ही सरसों के तेल का दीपक भी अवश्य जलाना चाहिए, जिसे शुभ माना जाता है।
सरसों के तेल में लौंग मिलाकर लगाने से त्वचा संबंधी समस्याओं से छुटकारा मिल सकता है। इसमें एंटी-बैक्टीरियल और एंटी-फंगल गुण होते हैं, जो त्वचा को संक्रमण से बचाते हैं।
शुक्रवार के दिन सरसों का तेल गिरने का अर्थ होता है कि जल्द ही भविष्य में आप किसी परेशानी का सामना करने वाले है।
शनिवार के दिन सरसों के तेल का दान करने से व्यक्ति के जीवन में सुख-समृद्धि का आगमन होता है। ऐसा करने से आ रही परेशानियों से छुटकारा मिलता है।