अगर महिला दाएं पैर या दाएं पैर के तलवे के नीचे खुजली होने लगे, तो यह शुभ माना जाता है। इसका मतलब होता है कि आप जल्दी लंबी यात्रा पर जाने का इशारा होता है। साथ ही आपको धन प्राप्ति का भी संकेत मिलता है और आपका कोई काम होगा वह जल्दी सफल होने वाला है। पैर के तलवे के नीचे खुजली किसी बीमारी के कारण भी हो सकती है-जैसे, किसी एलर्जी के कारण, कई लोगो के जुटे पहनने के कारण होते है। कई लोग तो इसको नजरअंदाज कर देते है, लेकिन अगर तलवे में खुजली की समस्या लगातार बनी रहे, तो यह किसी गंभीर शारीरिक समस्या का संकेत भी हो सकता है। खुजली होना एक बीमारी का भी कारण हो सकती है।
खुजली होने के कारण
लिवर की बीमारी
पैर के तलवे के नीचे खुजली होना लिवर के बीमारी का संकेत हो सकता है। जब लिवर ठीक से काम नहीं करता है, तो रक्त में बिलीरुबिन नामक पदार्थ बनाने लगता है। शरीर में बिलीरुबिन की मात्रा अधिक होने के कारण त्वचा में पीलापन और खुजली की समस्या हो जाती है। अगर आपको तलवों में खुजली के अलावा, त्वचा में पीलापन दिखाई दें, तो तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें।
सोरायसिस
अगर आपको लंबे समय से पैर के तलवे में खुजली होती है, तो यह सोरायसिस की समस्या के कारण हो सकता है। यह एक ऑटोइम्यून बीमारी है, जो त्वचा की कोशिकाओं को प्रभावित करती है। सोरायसिस की समस्या में पैरों में खुजली, रैशेज और खुश्की महसूस हो सकती है। अगर आपको ऐसे लक्षण दिखाई दें, तो डॉक्टर से संपर्क करें।
एक्जिमा
एक्जिमा के कारण भी पैर के तलवे के नीचे खुजली होती है। एक्जिमा शरीर के किसी भी हिस्से को प्रभावित कर सकता है। इसके कारण पैरो में या पैर के तलवों में लाल छोटे दाने हो सकते है। इससे बचने के लिए त्वचा को हाइड्रेटेड रखें और डॉक्टर की सलाह लेकर दवाइयों का सेवन करें।
कॉन्टैक्ट डर्मेटाइटिस
पैर के तलवे के नीचे खुजली का कारण कॉन्टैक्ट डर्मेटाइटिस भी हो सकता है। इस बीमारी में पैर के तलवे के नीचे लाल दाने हो जाते है। जिनकी वजय से तलवों में सूजन, लालिमा और जलन महसूस होने लगती है। कॉन्टैक्ट डर्मेटाइटिस के कारण तलवों में तेज खुजली होती है। अक्सर रबड़ या चमड़े के जूते पहनने के कारण कॉन्टैक्ट डर्मेटाइटिस की समस्या हो सकती है।
किडनी की बीमारी
पैर के तलवों में खुजली का कारण किडनी की बीमारी भी हो सकती है। जब किडनी ठीक तरह से काम नहीं करती है, तो खून फ़िल्टर नहीं हो पाता है। इसकी वजय से शरीर में यूरिया बढ़ने लगता है। अगर आपको हथेलियों में या पैरों के तलवों पर गंभीर खुजली हो, तो इसे नजरअंदाज ना करें। ये किडनी की बीमारी का संकेत हो सकता है। ऐसे लक्षण दिखने पर डॉक्टर को तुरंत दिखाएं।
पैर के तलवे की खुजली के उपाय
सेब का सिरका
जा पैरों में तेज खुजली हो, तो सेब का सिरका जरूर पिए। इसकी एंटीफंगल और एंटीबैक्टीरियल प्रॉपर्टीज ऐसी परेशानी में काफी असरदार साबित होती है इससे इंफेक्शन को कम करने में मदद मिलती है और ब्लड सर्कुलेशन भी सही रहता है।
पानी में सेंधा नमक
पानी में सेंधा नमक मिलाकर पीने से तलवे की खुजली दूर होती है, क्योंकि इसमें एंटीबैक्टीरियल गुण पाए जाते है। जिससे ब्लड सर्कुलेशन कंट्रोल में रहता है और पैरों में होने वाली जलन से भी छुटकारा मिलता है।
दही
दही खाने से तलवे की खुजली दूर की जा सकती है क्योंकि इसमें एंटी फंगल और एंटी बैक्टीरियल गुण होते हैं जिससे पैरों में होने वाले इनफेक्शन कम हो जाते हैं। दही की तासीर ठंडी होती है ऐसे में इसके सेवन से शरीर के सभी हिस्सों में ठंडक पहुंचती है और तलवे को भी आराम मिलता है।
सोने से पहले पैर धो लें
रात को सोने से पहले पैर को अच्छे से धो लें और टोलिया से अच्छे से पूछ लें। पानी में एंटी-सेप्टिक लिक्विड मिलाकर पैर अच्छे धोये। ऐसा करने से पैर की खुजली नहीं होती।
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तेल से मालिश करें
अगर पैर के तलवे में ज्यादा खुजली होती है, तो तेल से मालिश करें। ऐसा करने से पैर की खुजली दूर होती है। इसके लिए नारियल का तेल सबसे अच्छा है।
एलोवेरा लगाए
एलोवेरा जेल में एंटी-ऑक्सीडेंट और एंटी-बैक्टीरियल गुण पाए जाते है। पैर के तलवों में हो रही खुजली के लिए एलोवेरा जेल सबसे बेहतर है। इसे लगाने से खुजली दूर हो जाती है।
पैर के तलवे से संबंधित प्रश्न
अगर आपके दाएं पैर फिर पैर के तलवे में अनाचक से खुजली हो रही है और वह रुक नहीं रही है तो यह बेहद शुभ संकेत है। इसका मतलब है कि आपको कोई शुभ सूचना मिल सकती है। साथ ही आपको धन की प्राप्ति हो सकती है।
खुजली का घरेलू उपाय में ओटमील, मुल्तानी मिट्टी, नारियल का तेल, आलू, नीम के पत्तें, चंदन पाउडर इत्यादि के माध्यम से खुजली को ठीक किया जा सकता है।
यह त्वचा रोगों और संक्रमणों का भी लक्षण है। यह किसी दवा की प्रतिक्रिया या गर्भवती होने से जुड़ा हो सकता है। कम बार, खुजली अधिक गंभीर स्थिति का संकेत हो सकती है, जैसे कि लीवर या किडनी की बीमारी, थायरॉयड की समस्या, तंत्रिका तंत्र की शिथिलता या रक्त कैंसर।
ठंडी सिकाई, बर्फ की सिकाई, तथा ठंडे पानी से स्नान करने से खुजली वाली त्वचा को तुरंत आराम मिल सकता है। कोलाइडल ओटमील स्नान का उपयोग आमतौर पर त्वचा की सूजन और खुजली को कम करने के लिए किया जाता है।